Dermatologist
बिना दर्द के चेहरे पर मौजूद फाइन लाइन्स और झुर्रियों को कम करने में मदद मिलती है साथ ही ढीली स्किन को टाइट बनाने में भी फायदा मिलता है।
बाजार में ऐसे ढेर सारे विकल्प मौजूद हैं, जो आपको जवां दिखाने और स्कीन को टाइट बनाने में मदद करते हैं। इन्हीं में से एक तरीका है थर्मेज, जिसे सुरक्षित और नॉन-इनवेसिव कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट के रूप में जाना जाता है। ये तरीका आपकी स्किन को तुरंत जवां बनाने, स्किन को टाइट करने और स्मूथ बनाने में मदद करता है। डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. निवेदिता दादू बता रही हैं कि दरअसल इस प्रक्रिया के दौरान रेडियोफ्रीक्वेंसी एनर्जी का इस्तेमाल कर कोलेजन उत्पादन को बढ़ाया जाता है, चेहरे पर मौजूद फाइन लाइन्स और झुर्रियों को कम करने में मदद मिलती है साथ ही ढीली स्किन को टाइट बनाने में भी फायदा मिलता है।
डॉ. दादू का कहना है कि चेहरे की बेहतर बनावट और स्किन संबंधी समस्याओं जैसे एक्ने स्कार्स के लिए भी ये तकनीक बहुत फायदेमंद है और ये स्किन को स्मूथ बनाने में भी मदद करती है।
किन समस्याओं में फायदेमंद
1-जैसा कि हम सभी जानते हैं कि उम्र के साथ-साथ स्किन में कोलेजन ब्रेक होना शुरू हो जाता है जिससे चेहरे पर फाइन लाइन्स, रिंकल्स और स्किन ढीली होना शुरू हो जाती है। इस स्थिति में थर्मेज स्किन को नेचुरल रूप से युवा दिखने के लिए कोलेजन उत्पादन को फिर से रिन्यू करने का काम करता है।
2-थर्मेज स्किन ट्रीटमेंट न सिर्फ आपकी स्किन की डर्मिस के बीच लेयर्स को निशाना बनाकर स्किन में गर्मी को गहराई से प्रवेश कर कोलेजन उत्पादन को बढ़ाने का काम करता है बल्कि स्किन टेक्सचर को भी बेहतर बनाने का काम करता है।
3-इस स्किन ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट सामान्य होते हैं और उपचार के बाद चेहरे पर हल्की सा लालपन और दर्द भी रहता है।
4-थर्मेज स्किन ट्रीटमेंट की प्रक्रिया में करीब 45-90 मिनट तक का वक्त लगता है, जो कि आपके इलाज किए जाने वाले हिस्से और स्थिति पर भी निर्भर करता है। थर्मेज, स्किन की गहराई में छिपी परतों में उपचार कर आपको जवां दिखाने के लिए नए कोलेजन को बढ़ाने का काम करता है।
5-इस स्किन ट्रीटमेंट में रिकवरी पीरियड बहुत तेज होता है, जिसके साथ फेस लिफ्ट जैसी इनवेसिव प्रक्रिया को यूज किए बिना चेहरे को फिर से निखारा और जवां बनाया जाता है। थर्मेज एंटी-एजिंग के साथ-साथ सर्जिकल फेस लिफ्टों की तुलना में सबसे अच्छा उपचार है।
6-यह वन टाइम इलाज विकल्प है और इससे स्किन को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है और न ट्रीटमेंट के बाद कोई देखभाल करने की कोई खास जरूरत पड़ती है। यह एक सरल, दर्द रहित और सुरक्षित प्रक्रिया है। उपचार के बाद, यह आपको एक मजबूत, स्मूद और हेल्दी स्किन देता है।
इन स्किन समस्याओं से मिलती है राहत
इस उपचार तकनीक से आपको एक्ने और सॉफ्ट एक्ने के स्कार्स, बेहतर जॉलाइन, रिंकल्स में कमी और फोरहेड लाइन्स की उपस्थिति को कम करने में भी मदद मिलती है। यह आंखों के नीचे होने वाले बैग यानी की पफी आई, पलकों पर खुरदरी बनावट, रिंकल्स और फाइन लाइन्स व आंखों की थकान के उपचार को दूर कर सकता है। यह उपचार विकल्प स्किन में सेल्युलाईट की उपस्थिति का इलाज करने में भी कारगर है।
नहीं होता है किसी प्रकार का दर्द
इस स्किन संबंधी उपचार को बहुत ही सुरक्षित प्रक्रिया माना जाता है और इसमें आपको बहुत कम या फिर किसी प्रकार का दर्द नहीं होता है। चूंकि ये प्रक्रिया नॉन-सर्जिकल है, इसलिए स्किन का रखरखाव और नियमित देखभाल इतनी ज्यादा मुश्किल नहीं होती है। थर्मेज के दुष्प्रभाव दुर्लभ, मामूली और आम तौर पर अस्थायी प्रकृति के होते हैं जो लगभग 24 घंटों में ठीक हो जाते हैं।